Secretary

KanyaKubj nursing college situated at Vijay Nagar, Indore, is the brain-child of members of Kanyakubj Shekshanik awam Parmarthik Trust. There are a lots of Business institutes running in this city by different different organizations, but there is a lack of that in the field of nursing education. There is a dire need of a good nursing institute. Keeping all these things in mind, following all the rules & regulations established by the Indian Nursing Council, Delhi, this college has been established. We have a strong belief that, this will shine bright and above all the other educational institutes as this has the best education, and extra facilities than any other nursing colleges.

This is situated very close to Rajshree Apollo Hospital & Research Centre. Laxmi Memorial Hospital & Research Centre & Noble Hospital have authorised the students for their Practical Practises.These hospitals are capable of treating patients completely, and are fully equipped with all kind of medical facilties, the highly experienced staff can also help the students to learn in a better way. Our efforst are towards getting these nursing colleges even further towards progress.

Pt. Suresh Chandra Dwivedi
Secretary Kanyakubj Nursing College


Profile

पंडित सुरेश चन्द्र द्विवेदी
एडवोकेट
प्रधानमंत्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा, इंदौर
प्रधानमंत्री कान्यकुब्ज शेक्षणिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट, इंदौर

ब्राह्मण गौरव एडवोकेट सुरेश चन्द्र द्विवेदी जी का जन्म इंदौर के ख्यात वैधराज पं. चंद्रशेखर जी द्विवेदी के यहाँ हुआ। वैद्यराज पं. चंद्रशेखर जी द्विवेदी इंदौर के वरिष्ठ समाज सेवी थे तथा अपने पिता के ही चरण चिन्हों का अनुसरण कर पं सुरेशचन्द्र द्विवेदी मध्य भारत के अग्रणी समाज सेवक, विचारक तथा प्रतिष्ठित संस्थाओं के संचालक हैं।जिसमें आज़ादी के पहले सन 1914 में बनी कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा इंदौर के प्रधानमंत्री, कान्यकुब्ज शेक्षणिक एवं परमार्थिक ट्रस्ट के प्रधानमंत्री, के. के कॉलेज ऑफ़ साइंस एंड प्रोफेशनल स्टडीज तथा कान्यकुब्ज नर्सिंग कॉलेज मैनेजिंग कमेटी के मेंबर होना प्रमुख है अखिल भारतीय कान्यकुब्ज सभा के चार वर्षो तक निरंतर अध्यक्ष रहे ।

आपके नेतृत्व काल में, कान्यकुब्ज उच्चतरमाध्यमिकविद्यालय के रूपमें बोयागयाशिक्षा का पौधा पल्लवित होकर वृक्ष का आकार ले चुका है, रोज्गारुन्मुखी शिक्षा प्रदान करने के लिये के. के कॉलेज ऑफ़ साइंस एंड प्रोफेशनल स्टडीज, इंदौर एवं कान्यकुब्ज नर्सिंग कॉलेज, इंदौर की स्थापना तथा सफल संचालन किया जा रहा है।

शिक्षा के साथ ही समाज की कुरीतियां मिटाने हेतु इन्होंने पंडित विष्णु प्रसाद शुक्ला जी के साथ कन्धे से कन्धा मिला कर परिचय सम्मेलन, सामूहिक विवाह जैसे वृहद कार्यक्रमों को सम्पन्न किया है।
कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा इंदौर का हीरक जयंती समारोह जिसमें की देश विदेश से आये गणमान्य अथितियों ने हिस्सा लिया था, का सफल संचालन आप ही के द्वारा किया गया।
युवाओ में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए यूवा परिषद् का गठन भी आपके कार्यकाल में हुआ है।

आप के द्वारा समाज में जाग्रति लाने हेतु तथा संगठन की भावनाबढ़ाने के लिये भारतवर्ष के अनेक शहरों में भ्रमण किया गया तथा व्याख्यान दिए गये। कानपुर, आगरा, अहमदाबाद, मुंबई आदि के समाज सेवी जानो की मांग पर अखिल भारतीय कान्यकुब्ज सम्मलेन सर्व प्रथम इंदौर में कराया गया।

गत 50 वर्षों से समाजके उनयन के कई कार्यों में आपकी भागीदारी रही है। बाल्यकाल से ही मेघावी छात्र रहे पं सुरेशचन्द्र जी द्विवेदी उच्चकोटि के वक्ता तथा लेखक भी है। आप इंदौर के प्रसिद्द अख़बार जागरण के 10 वर्षो तक संपादक रहे। आपकी शिक्षा हिंदी लिटरेचर में M.A. तथा LLB रही है। उम्र के इस पड़ाव पर भी सामाजिक व्यस्तताओं के बावजूद सच्चे कर्मयोगी की तरह इंदौर शहर की अनेक प्रतिष्ठित संस्थाओं को विधिक सलाह तथा मार्गदशन   प्रदान कर रहे हैं ।