Kanyakubj Shekshanik awam Parmarthik Trust

एक परिचात्मक दृष्टि, श्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा, इंदौर

श्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा, इंदौर की स्थापना वर्ष 1914 हुई, इसकी स्थापना स्व. श्री पुरुषोत्तम जी अवस्थी – जिला जज तथा कर्नल श्री माधोप्रसाद दुबे द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य कान्यकुब्ज समाज के लोगो को एकत्र कर उन्हें आगे बढाने के लिये शैक्षणिक गतिविधियों को संचालित करना था ,साथ ही महिलाओ और बच्चो को शिक्षित कर समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करना था । समाज के छात्र-छात्राओं को व्यावसायिक एवं अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ाना तथा स्वयं, परिवार तथा समाज को गौरवांवित करना था। इसी क्रम में समाज के लब्ध-प्रतिष्ठित व्यक्ति श्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा से जुड़ते चले गये । जिसमें पंडित दीनदयाल मिश्र, पं. सिद्धनाथ जी बाजपेयी, पं. भगवान प्रसाद तिवारी, डॉ शिवआधार शुक्ला, वैद्य पं. चन्द्रशेखर द्विवेदी, पं. महावीरप्रसाद शुक्ला, पं. लक्ष्मीशंकर शुक्ला-एडवोकेट, पं. शिवनाथ मिश्र, डॉ. महावीरप्रसाद तिवारी, डॉ. जी. पी. तिवारी, पं.शिवदुलारे दुबे आदि थे, जिनहोने जिन्होंने समाज और संस्था को आगे बढ़ाया।

समय के साथ-साथ परिस्थितियां बदलती गयी। डॉक्टर श्री सी पी तिवारी ने नवयुवको को साथ लिया, जिसमे वर्तमान अध्यक्ष श्री विष्णुप्रसाद शुक्ला भी थे। जिन्होंने’समाज को नई गति दी और समाज के कई नये कार्य करते हुए भवन, मंदिर और दुकाने आदि बनवाकर सामाजिक गतिविधियों को अंजाम दिया तथा समाज के खर्चो की पूर्ति हेतु नियमित आय के स्त्रोत बनाये। मितव्ययता एवं समाज की लड़कियो के भविष्य को दृष्टिगत रखते हुए इसी क्रम में समाज में युवक-युवतियों के सामूहिक विवाह भी सभी’के सहयोग से किये गए।

सभी समाजजनों एवं श्री भगवती प्रसाद जी मिश्रा के विशेष प्रयास से वर्ष 1987 में इंदौर विकास प्राधिकरण की स्कीम नंबर 54 विजय नगर इंदौर में 96, 762 वर्गफीट भूमि शैक्षणिक उपयोग के लिए आवंटित हुई इसी भूमि को आधार मानते हुए श्री कान्यकुब्ज शैक्षणिक एवं पारमार्थिक न्यास की स्थापना की गई जिसे वर्ष 1995 में पंजीकृत कराया गया जिसकी मूल गतिविधि शिक्षा से सम्बद्ध है इसी शैक्षणिक न्यास के अन्तर्गत प्रमुख रूप से 4 समाजजनों को

न्यास का संस्थापक सदस्य मनोनीत किया गया । यह समिति कॉलेज सम्बन्धी गतिविधियो के सुचारू रूप से संचालन के लिए है जिसमे-

1 / डॉ. सतीश शुक्ला – अध्यक्ष
2 / श्री सुरेशचन्द्र द्विवेदी – सदस्य
3 / श्री भगवती प्रसाद मिश्रा – सदस्य
4 / श्री सहदेव प्रसाद वाजपेयी – सदस्य है

न्यास के सदस्यो में प्रमुख रूप से शिक्षा संबंधी कार्य, चिकित्सा से सम्बन्धी कार्य, व्यायाम खेलकूद एवं युवको में राष्ट्रीय चेतना एवं सामाजिक भावनाओ को प्रेरित करने संबंधी कार्य, समाज के कमजोर लोगो को आजीविका उपार्जन हेतु व्यवस्था सम्बन्धी कार्य छात्रावास, गौशाला, मंदिर एवं समाज के लिए अन्य धार्मिक एवं पारमार्थिक कार्यो को करना है धीरे- धीरे इन पदाधिकारियों के साथ में एक समिति का गठन किया गया है जो न्यास के कार्यो को पूर्ण रूप से संचालित करती रहेगी।

आज सभी के सहयोग से इसी स्कीम नंबर 54 में हमारे शैक्षणिक न्यास द्वारा एक भवन का निर्माण किया गया हैं, जिसका नाम ‘कान्यकुब्ज कॉलेज ऑफ़ प्रोफेशनल्स स्टडीज’ रखा गया है । इसका मुख्य उद्देश्य वर्तमान परिप्रेक्ष्य में व्यवसायिक शैक्षणिक गतिविधियों को संचालित करना है। जिससे की हमारे समाज के छात्रों के साथ अन्य छात्रों को भी लाभ मिल सके। व्यवसायिक शैक्षणिक कोर्सेस जैसे- एमबीए, एमसीए, कम्प्यूटर सम्बंधी कोर्सेस, आदि का संचालन करना है । इसी उद्देश्य से एक कम्प्यूटर स्कूल संचालन भी भवन से हो रहा है। जिसमे करीब 200 छात्र कंप्यूटर कोर्सेस का लाभ ले रहे है। यह भवन 2000 वर्ग फ़ीट भूमि पर बना है और इतना ही क्षेत्रफल भूमि के नीचे व पहली मंजिल पर है।
इस भवन के एक भाग में कान्यकुब्ज उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय प्रारम्भ करने की कोशिश जारी है, जो अनुमति मिलने पर प्रारम्भ किया जायेगा।

इसी उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए हमारे न्यास ने बहुत ही विचार कर कई और कोर्स के बारे में विचार विमर्श किया है। इसी भवन के समीप अपोलो (राजश्री) हॉस्पिटल पूर्व डॉ. श्री अशोक बाजपेयी और उनके सहयोगीयो ने प्रारम्भ किया है। डॉ. बाजपेयी भी हमारे समाज के वरिष्ठ है एवं हमारे न्यास के सदस्य भी है। हमारे न्यास ने डॉ. बाजपेयी से बात कर सम्भावनाए तलाशी की क्यों न हम हमारे इस प्रोफेशनल कॉलेज के अंतर्गत बीएससी नर्सिंग कॉलेज एवं अन्य मेडिकल सम्बंधित कोर्सेस जो एक वर्ष से 4 वर्ष तक के है, क्यों न हमारे यहा शुरू किये जाये?

आज जो भवन हमारे पास है और जितनी जगह तथा संसाधन उपलब्ध है उसके साथ अपोलो (राजश्री) हॉस्पिटल में जो सुविधाएं उपलब्ध है उनसे मिलकर एक बहुत है सुव्यवस्थित कॉलेज ऑफ़ नर्सिंग एवं कॉलेजऑफ मेडिकल प्रोफेशनल स्टडीज़ शुरू किया जा सकता है ।
प्रथम चरण में सन 2013 में बीएससी नर्सिंग कॉलेज की स्थापना की गई है। जिसमे 60 विद्यार्थियों का चयन किया जाता है । इस 4 वर्षीय कोर्सेस में पूर्ण रूप से नर्सिंग प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसका एक भाग जो शैक्षणिक गतिविधियों से संबंधित है, कॉलेज भवन में दिया जायेगा जब कि प्रायोगिक प्रशिक्षण अपोलो (राजश्री) हॉस्पिटल में दिया जाता है ।

श्री कान्यकुब्ज विद्या प्रचारिणी सभा के 100 वर्षों के बाद हमारे पूर्वजो ने जो एक सपना देखा था और हमारे आदरणीय लोगो ने जो स्कूल की स्थापना की थी उन्ही के उद्देश्य को हम आगे बढ़ाते हुए समाज है नहीं अपितु इस शहर में एक ऐसी शैक्षणिक संस्था की स्थापना करने जा रहे है जिसका उद्देश्य मानव सेवा से सम्बंधित है । हमारी बालिकाएं और महिलाये इसमें उच्चस्तरीय शिक्षा लेकर सिर्फ जीविकोपार्जन ही नहीं प्राप्त करेंगी अपितु मानव सेवा में भी पूर्ण रूप से सहयोग करेगी ।

हमारी संस्था के अध्यक्ष श्री विष्णुप्रसादजी शुक्ला का मार्गदर्शन एवं हर तरह से सहयोग प्ररेणादायी है। हम सभी आपकी भावनाओ के अनुरूप, आपके मार्गदर्शन में इस नई संस्था जिसका हम बीज आज बो रहे है, एक नई ऊँचाई तक अवश्य ले जायेगे।